मेरे अटल जी - Shri Atal Bihari Vajpayee


25 दिसंबर 
 
मेरे प्रिय भारतियों , 

आपको लेख शायद लम्बा लगे ..

लेकिन श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी जैसे नायक के प्रति अपने भाव को में कम शब्दों में लिख नहीं पाया….क्षमा प्रार्थी हूँ I

आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक, भारतीय जनसंघ के नायक, भारतीय जनता पार्टी के नायक और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्मदिन है I

मैं कभी उनसे मिला तो नहीं हूं लेकिन मुझे इस बात का हर्ष और गर्व है कि मैंने जब अपने जीवन में पहली बार प्रजातान्त्रिक मतदान (वोट) किया तो अटल जी मेरे शहर लखनऊ के एक बार फिर सांसद चुने गए I

राष्ट्र निर्माण में शायद यह मेरा पहला और सबसे बड़ा योगदान था I इसके लिए मैं हमेशा अटल जी का ऋणी रहूंगा I

 

मेरे लिए सार्वजनिक जीवन के पहले आकर्षण और प्रेरक थे अटल जी I

सभ्य और अटल---- बस यहीं थे अटल जी I

अटल जी की कही बातें टीवी (TV) पर सुना करता था….

 

अटल जी के नेतृत्व में जब भारत ने पोखरण परिक्षण किये ( ऑपरेशन शक्ति ) तब उनके शब्द थे -

भारत किसी पर आक्रमण करना नहीं चाहता

हम मन में विचार भी नहीं रखते

लेकिन अगर युद्ध हुआ , तो युद्ध को हार जाना भी हमें मंज़ूर नहीं है I

 

संसद में जब विपक्ष ने उनके लिए अप्पतिजनक शब्द कहे तो उनके शब्द थे -

मैंने अपने मित्रों से भी मतभेद करके वही कहा है , जो मैंने सही समझा है

 

संसद में उनकी सरकार के खिलाफ लाये गए 'विश्वास मत' की चर्चा में उनके शब्द थे -

सरकारें आती रहेंगी

सरकारें जाती रहेंगी

लेकिन यह देश हमेशा रहना चाहिए

 

भारत को सुचरित्र , स्वाभिमान और सुशासन की राह दिखने वाले अटल जी के जन्म दिन को “सुशासन दिवस” के रूप में मना कर और अपने जीवन को सुचरित्र और स्वाभिमान के साथ जी कर हम उन्हें अपने बीच हमेशा जीवित रखें….. ऐसी मेरी आप से कामना है

 

भारत माता की जय

जय हिन्द !

 



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